Primary Teacher Kaise Bane:- प्राइमरी टीचर बनने के लिए Qualification
- किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से हाई स्कूल (10+2) पास किया हो।
- बारहवीं कक्षा में कम से कम 50% अंकों हो।
- किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन पास किया हो।
- ग्रेजुएशन में कम से कम 50% अंक होने चाहिए।
- सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त किसी इंस्टिट्यूट से प्राथमिक शिक्षा में ट्रेनिंग की हो।
- डीएलएड (D.El.Ed) या बीटीसी (BTC) कोर्स किया हो।
टॉप कोर्सेज
- BEd (Bachelor of Education)
- BTC (Basic Training Certificate)
- PTC (Primary Teachers Certificate)
- ETE (Elementary Teacher Education)
- NTT (Nursery Teacher Training)
- DEd (Diploma in Education)
- TTC (Teachers Training Certificate)
- JBT (Junior Basic Training)
प्राइमरी टीचर बनने के लिए योग्यता
प्राइमरी टीचर बनने के लिए आवश्यक योग्यता नीचे दी गई है:
- उम्मीदवार की आयु 18 वर्ष से 42 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- इंटरमीडिएट या ग्रेजुएशन पास करने के बाद डिप्लोमा इन एलेमेंट्री कोर्स करना आवश्यक है।
- टीचर ट्रेनिंग कोर्स होना आवश्यक है।
- राज्य सरकार राज्य स्तर पर TET परीक्षा आयोजित करती है- जैसे झारखण्ड सरकार (JTET), उत्तरप्रदेश सरकार (UPTET) करवाती है।
- सेंट्रल लेवल पर केंद्र सरकार CTET Exam आयोजित कराया जाता है।
BTC और D.El.Ed का सिलेबस
BTC और D.El.Ed का कोर्स चार Semester का होता है. और इन Semester का सिलेबस निम्न प्रकार का होता है –
Semester-1
- Child Development and Learning Process
- Principles of Education Learning
- social study
- Sanskrit
- Hindi
- Mathematic
- Science
- Computer
- Art/Music/Physical Education
- an internship
Semester-2
- Current Indian Society and Elementary Education
- Innovation Efforts of Elementary Education
- social study
- Science
- Mathematic
- Hindi
- English
- socially useful productive work
- Art/Music/Physical Education
- an internship
Semester-3
- Social Studies Teaching
- science education
- computer teaching
- Action Research & Innovation
- Art & Music Education
- education evaluation
- Sanskrit teaching
- inclusive education
- hindi teaching
- math education
- urdu teaching
- an internship
Semester-4
- computer teaching
- math education
- urdu teaching
- hindi teaching
- an internship
- Education Management and Administration
- Sanskrit teaching
- Social Studies Teaching
- Development of language, reading, writing and mathematical abilities at an early stage
- Art & Music Education
- science education
डीएलएड/बीटीसी के बाद क्या करें?
प्रति वर्ष राज्य सरकार और केंद्र सरकार के द्वारा टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट का आयोजन किया जाता है राज्य सरकार द्वारा आयोजित टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट को जिसे (TET) कहते है .राज्य और केंद्र सरकार के द्वारा आयोजित टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट को सीटीईटी (CTET) या केंद्रीय टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट कहा जाता है।
यदि आप राज्य द्वारा आयोजित UPTET को पास करते हैं, तो आप राज्य के अंदर ही प्राथमिक अध्यापक के रूप में चयनित हो सकते हैं, अगर आप CTET या केंद्रीय टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट को पास करते हैं, तो आप केंद्र सरकार के विद्यालयों में पूरे भारत में कहीं भी प्राथमिक अध्यापक के रूप में चयनित हो सकते हैं।